सोने-चांदी में भी फिर से रैली शुरू, गोल्ड फिर ₹73,000 के पार; चेक कर लें बाजार में क्या चल रहे हैं रेट
Gold Price Today: इस हफ्ते धीरे ही सही, लेकिन मेटल्स फिर से ऊपर चढ़ रहे हैं. भारतीय वायदा बाजार में सोने ने आज गुरुवार को भी बढ़त हासिल की है. MCX पर गोल्ड आज सुबह 432 रुपये (0.6%) की तेजी के साथ 72,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था.
Gold Price Today: शेयर बाजार में जहां तेज उतार-चढ़ाव का माहौल दिखा है. वहीं, कमोडिटी बाजार में भी मिला-जुला कारोबार ही देखने को मिला है. लेकिन सोने-चांदी में तेजी की कहानी फिर से लौटती दिख रही है. इस हफ्ते धीरे ही सही, लेकिन मेटल्स फिर से ऊपर चढ़ रहे हैं. भारतीय वायदा बाजार में सोने ने आज गुरुवार को भी बढ़त हासिल की है. MCX पर गोल्ड आज सुबह 432 रुपये (0.6%) की तेजी के साथ 72,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था. बुधवार को गोल्ड 72,518 पर बंद हुआ था. वहीं, चांदी भी अच्छी तेजी पर थी. सिल्वर आज MCX पर 1335 रुपये या (1.48%) की तेजी के साथ 91,779 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है. कल के कारोबार में ये 90,444 पर बंद हुई थी.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत हुआ सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मूड सुधरता हुआ दिख रहा है. यूएस स्पॉट और फ्यूचर्स गोल्ड में बढ़त दर्ज हुई है. दरअसल, आर्थिक आंकड़ों को देखते हुए सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की अटकलें फिर से शुरू हो गई हैं, इससे डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड में कमजोरी आने से सोने के दाम चढ़े हैं. कॉमेक्स पर स्पॉट गोल्ड 0.8% की तेजी के साथ 2,373.31 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था. यूएस गोल्ड फ्यूचर 0.7 पर्सेंट चढ़कर 2,392.80 डॉलर प्रति औंस पर था.
सर्राफा बाजार में आई कमजोरी
सर्राफा बाजार के कल के भाव देखें तो वैश्विक बाजारों में कल कमजोरी का रुख था, इसे देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 80 रुपये की गिरावट के साथ 72,820 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया था. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 72,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 1,200 रुपये घटकर 91,900 रुपये प्रति किलोग्राम रह गयी. पिछले कारोबारी सत्र में यह 93,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. HDFC Securities में वरिष्ठ विश्लेषक-जिंस सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर में मजबूती और तकनीकी बिकवाली के दबाव के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई, हालांकि अमेरिकी श्रम बाजार में कमजोरी के संकेत थे. ‘इससे यह उम्मीद और मजबूत हुई है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व जल्द ही ब्याज दरों में कमी करेगा.’’
11:27 AM IST